How to check second hand car engine in hindi




सेकेंड हैंड कार का इंजन कैसे चेक करें?


सेकेंड हैंड कार का इंजन कैसे चेक करें?

जब आप कोई सेकेंड हैंड कार खरीदने की तलाश में होते हैं, तो इंजन की जांच करना सबसे महत्वपूर्ण बातों में से एक है। इंजन कार का दिल है, और यदि यह ठीक से काम नहीं कर रहा है, तो इससे आपको भविष्य में महंगी समस्याएं हो सकती हैं।

इंजन की जांच के लिए यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं:

1. विजुअल इंस्पेक्शन

सबसे पहले, इंजन पर एक नज़र डालें। क्या कोई लीक है? क्या कोई ढीले या टूटे हुए हिस्से हैं? क्या इंजन साफ है या गंदा है?

  • लीक: इंजन से किसी भी प्रकार के लीक की जांच करें, जैसे ऑयल, कूलेंट या ट्रांसमिशन फ्लूइड। लीक एक संकेत है कि इंजन ठीक से सील नहीं है, और यह भविष्य में समस्याओं का कारण बन सकता है।
  • ढीले या टूटे हुए हिस्से: इंजन से जुड़े सभी हिस्सों की जांच करें, जैसे बेल्ट, होसेस और वायर। क्या कोई हिस्सा ढीला या टूटा हुआ है? ढीले या टूटे हुए हिस्से इंजन को ठीक से काम करने से रोक सकते हैं।
  • गंदगी: इंजन का बाहरी हिस्सा साफ होना चाहिए। यदि इंजन गंदा है, तो यह एक संकेत है कि इसका ठीक से रखरखाव नहीं किया जा रहा है।

2. ऑयल लेवल और कंडीशन की जाँच करें

अगला, ऑयल लेवल और कंडीशन की जांच करें। ऑयल इंजन को चिकनाई देता है और इसे ज़्यादा गरम होने से बचाता है। यदि ऑयल का स्तर कम है या यह गंदा है, तो यह इंजन के लिए हानिकारक हो सकता है।

  • ऑयल लेवल: ऑयल डिपस्टिक निकालें और ऑयल लेवल की जांच करें। ऑयल का स्तर “पूर्ण” और “खाली” के बीच होना चाहिए।
  • ऑयल कंडीशन: ऑयल डिपस्टिक पर कुछ ऑयल डालें और इसकी रंग और स्थिरता की जांच करें। ऑयल काला या गाढ़ा नहीं होना चाहिए। यदि यह है, तो इसे बदलने की आवश्यकता है।

3. कूलेंट लेवल और कंडीशन की जाँच करें

कूलेंट इंजन को ठंडा रखता है। यदि कूलेंट का स्तर कम है या यह गंदा है, तो यह इंजन को ज़्यादा गरम होने का कारण बन सकता है।

  • कूलेंट लेवल: रेडिएटर कैप निकालें और कूलेंट लेवल की जांच करें। कूलेंट का स्तर “पूर्ण” और “खाली” के बीच होना चाहिए।
  • कूलेंट कंडीशन: कूलेंट जंग या मलबे के लिए जांचें। यदि कूलेंट गंदा है, तो इसे बदलने की आवश्यकता है।

4. बैटरी की जाँच करें

बैटरी इंजन को स्टार्ट करती है। यदि बैटरी खराब है, तो यह इंजन को स्टार्ट करने से रोक सकती है।

  • बैटरी टर्मिनल: बैटरी टर्मिनलों की जांच करें और सुनिश्चित करें कि वे साफ और जंग रहित हैं।
  • बैटरी वोल्टेज: बैटरी वोल्टेज की जांच करने के लिए वोल्टमीटर का उपयोग करें। वोल्टेज 12.6 वोल्ट से अधिक होना चाहिए।

5. इंजन स्टार्ट करें और सुनें

अंत में, इंजन को स्टार्ट करें और इसे कुछ मिनटों के लिए चलने दें। इंजन की आवाज़ सुनें और किसी भी असामान्य शोर की तलाश करें।

  • सम स्मूथ आवाज़: इंजन को सम और सुचारू रूप से चलना चाहिए। यदि इंजन को झटके लगते हैं या शोर होता है, तो यह एक संकेत है कि कोई समस्या हो सकती है।
  • धुआँ: इंजन से निकलने वाले धुएँ की जाँच करें। नीले या काले धुएँ का उठना एक संकेत है कि इंजन में समस्या हो सकती है।
  • एग्जॉस्ट गैस: इंजन से निकलने वाली एग्जॉस्ट गैस की जाँच करें। एग्जॉस्ट गैस में एक मजबूत गंध नहीं होनी चाहिए। यदि एग्जॉस्ट गैस में एक मजबूत गंध है, तो यह एक संकेत है कि इंजन में समस्या हो सकती है।

निष्कर्ष

इंजन की जांच करना एक सेकेंड हैंड कार खरीदने की प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इन सुझावों का पालन करके, आप इंजन की स्थिति के बारे में एक अच्छी समझ प्राप्त कर सकते हैं और यह तय कर सकते हैं कि यह आपके लिए सही कार है या नहीं।

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